Monday 13 June 2016

कैराना पर एबीपी, आजतक, एनडीटीवी की गुप्त मीटिंग

अखिलेश : hallo hallo हाँ रविश, अरे क्या यार ये ज़ी न्यूज वाले क्या चला रहे हैं ? अगर ये साबित हो गया कैराना वाली तो कौन हिन्दू हमें वोट देगा ?

रविश : अरे महाराज, क्या करें बोलिये...

अखिलेश : ज़ी न्यूज़ के इस रिपोर्ट को झूठ बना दो....

रविश : उसमें तो हम माहिर हैं, बस वो...

अखिलेश : फ़िक्र मत करो, घर भर दूंगा हमेशा की तरह...

रविश : बाकी चैनल वालों से भी डीलिंग कर लो, दो तीन चैनल वाले कहेंगे तो पब्लिक सुतिया है मान लेगी।

अखिलेश : बात हो गयी है, एबीपी आजतक के रिपोर्टर पहुँचते होंगे तेरे पास मीटिंग कर ले, आपस में। चुनाव है यार, पैर पड़ता हूँ इस न्यूज़ को झूठा बना दे।

(थोड़ी देर में एक जगह मीटिंग होती है, अंजना, पूण्य प्रसून, रविश, दिबांग आदि पहुँचते हैं )

रविश : पता तो चल ही गया होगा, क्यों ?

प्रसून : हाँ ज़ी न्यूज़ ने फिर से प्रताड़ित हिंदुओं की आवाज उठाई है।

दिबांग : ज़ी न्यूज़ हमेशा हमें माल कमाने का रास्ता देती है। हम सबके लिए सपा से करोड़ों कमाने का मौका है।

रविश : पर करेंगे कैसे ?

प्रसून : करना क्या है ? कैराना जायेंगे इंटरव्यू ले लेंगे कि हिन्दू नही भागे हैं .. मर्जी से गए हैं या मुस्लिम भी पलायन किये है बस।

अंजना : पर कौन बोलेगा ऐसा ?

रविश : एक्का दुक्का जो हिन्दू बचे हैं वो मुस्लिम आतंक की वजह से कभी उनकी बुराई वाली बातें बोलने की हिम्मत नहीं करेंगे .. एक दो सेक्युलर पकड़ लेंगे।

दिबांग : अखिलेश से बात हुयी है वो चार पांच ऐसे अफसर भेज देंगे जो झूठी रिपोर्ट बना कर कैमरे पर बोल देंगे कि कैराना से पलायन मर्जी से हुआ है या कुछ मर गए हैं ..

रविश : पब्लिक विश्वास करेगी ?

प्रसून : हाहा इशरत मामले में, जेएनयू मामले में विश्वास किया था या नहीं ? पब्लिक सुतिया है, विश्वास करेगी ही।

अंजना : हम सब की वैसे भी हिन्दू शब्द से घृणा है, सोशल मीडिया पर बहुत गाली पड़ती है, हम इसे मिटा कर दम लेंगे।

सब एक साथ : हाँ हाँ मिटा के ही दम लेंगे।

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