Sunday 25 June 2017

मुहम्मद के अल्लाह से मिलने की कथा

एक दिन सुबह उठकर मुहम्मद ने अपने लोगों को इकठ्ठा किया और उन्हें बताया की ''कल रात इश्वर ने मुझे बहुत ही सम्मान प्रदान किया मैं सो रहा था की जिब्रील आये और मुझे उठाकर काबा ले गए ,

यहाँ लाकर उन्होंने मेरा सीना खोलकर जम-जम के पानी से उसे धोया और फिर उसे इमान और हिकमत से भरकर बंद कर दिया , इसके बाद जिब्रील मेरे लिए सफ़ेद रंग का बुरक नाम का घोडा जो खच्चर से छोटा था लाये मैं उस पर सवार हुआ ही था की अचानक हम बेतलहम पहुँच गए यहाँ बुरक को मस्जिद के दरवाजे पर बांध दिया गया ,

इसके बाद मैं जिब्रील द्वारा मस्जिद-ए-अक्शा ले जाया गया जहाँ में दो रकात नमाज पढ़ी | इसके बाद जिब्रील मेरे सामने दो प्याले लेकर आये एक दूध से भरा था और दूसरा शराब से लबरेज......मैंने दूध वाला प्याला लिया जिब्रील ने कहा की आपने दूध वाला प्याला स्वीकार कर धर्माचार का परिचय दिया है |

इसके बाद संक्षेप में कहानी ये है कि मुहम्मद को पहले आसमान पर ले जाया गया फिर दूसरे फिर तीसरे और इस तरह से सातवें आसमान पर जब वो पहुंचते हैं तो वहां मिला अल्लाह... यहाँ मुहम्मद की अल्लाह से बातचीत हुई और अल्लाह ने 50 नमाज़ें तोहफे में दे दी... मूसा ने कहा तुम्हारे अनुयाई इस बोझ को नहीं उठा पाएंगे जाओ कुछ कम करवा आओ इस तरह पचास नमाजें घट कर पांच समय की हुई .. जो आजकल 5 बार दिन में पढ़ी जाती है।

जब मुहम्मद सुबह सुबह अपने इस सपने की बात बता रहे थे तो उसी वक़्त समझदार लोगों ने मुहम्मद को झूठा करार दे दिया था..
"तू तो बस हमारे ही जैसा एक आदमी है हम तो तुझे झूठे लोगों में से ही पाते हैं" कुरान -अश-शुअरा, आयत १८६

अब जरा सोचिए.. कि

1. क्या आसमान सात है ? तो क्या सातवें आसमान के बाद कुछ नहीं है ? कहीं ऐसा तो नहीं कि सातवें आसमान के ऊपर भी कुछ हो और अल्लाह को ही पता ना हो इसलिए अल्लाह आठवें पर ना गया हो ?

2. मुहम्मद को पहले काबा में लेजाकर जमजम के पानी से शुद्ध क्यों किया गया? जिब्रील ने मुहम्मद के सीने को खोलकर उसमे अच्छाई भर दी.. तो क्या मुहम्मद के सीने में गंदी बातें भरी थी..?

क्या उनको पता नहीं था कि अच्छाई संस्कार से आते हैं और वो आता है ज्ञान से. और ज्ञान दिल मे नहीं दिमाग मे भरा जाता है ? ? किसी को अच्छाई, सदाचार, आहार विहार उसके दिमाग मे दिया जाता है, दिल मे नहीं.. पर मुहम्मद का गलत आपरेशन क्यों कर दिया गया ? इसी गलती की वजह से कहीं मुहम्मद वैसा का वैसा तो नहीं रह गया ?

3  इसके बाद तो और भी गलत है.. अब जाकर दूध और शराब का प्याला दिया जाता है तब मुहम्मद शराब ना लेकर दूध लेते हैं? तब जिब्रील खुश हो जाता है कि yes अब तुम सही आदमी हो चुके हो...

अरे भाई जब तुमने थोड़ी ही देर पहले उसके दिल मे ईमान और सदाचार भरा था तो अब परीक्षा लेने की क्या जरूरत थी ? क्या ये जांच चल रही थी कि अगर दूध का ग्लास उठाएगा तो दिल मे भरा गया ईमान और हिकमत का बंडल सही काम कर रहा है. ये समझा जाएगा ?

4. मुहम्मद को खच्चर से भी छोटा घोड़ा दिया गया था.. तो क्या उस वक़्त अरबी घोड़े नहीं थे ?

5. जब मुहम्मद सातवें आसमान पर अल्लाह से मिले तो 50 नमाज़ें गिफ्ट कर दी.. बाद में घटा कर 5 नमाज की गई ? तो क्या अल्लाह को पता नहीं था कि कोई इंसान धरती पर 24 घण्टे में 50 बार नमाज नहीं पढ़ सकता ?  क्या अल्लाह को पता नही रहा कि 24 ही घण्टों का एक दिन होता है ? ?

एक ऐसी फंतासी की कहानी सच मान ली गयी कारोड़ों लोगों के द्वारा जो 100 प्रतिशत झूठ था.. इससे एक बात तो साबित होती है कुछ भी हिंदुओं में तार्किक शक्ति है.. वो कहानी किस्सों पर नहीं बल्कि व्यवहारिक विज्ञान पर चलना पसन्द करते हैं।
#इस्लाम #islam

3 comments:

  1. Ye blog jiska bhi hai bhut jha**u hai
    Apne religion tak hi limit rakhe.

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  2. Ye blog jiska bhi hai bhut jha**u hai
    Apne religion tak hi limit rakhe.

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  3. बुरक, जिस पर बैठ कर सातवाँ असमान की यात्रा किया गया उसक सर एक औरत का था ये बताना आप भूल गए. पूर्ण सत्य लिखिए...

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