मैं ये नहीं कहता कि आलोचना करना या शब्दों के बाण चलाना गलत है, लेकिन ये नेतागिरी वाले पारंपरिक शब्दो से मुझे बहुत चिढ है। हम देख रहे हैं, हम कह रहे है, हमारा पड़ोसी, एक देश आतंकवाद फैला रहा है, आतंकवाद की परिभाषा, आतंकवाद मानवता की दुश्मन, आतंकवाद का धर्म नहीं...... जैसे महा फ़ालतू शब्दों की जगह जो बोलो वो बिलकुल पानी की तरह साफ़ साफ़ हो... सीधे तौर पर नाम लो... साफ़ लगे कि बस आपने मुजरिम का कॉलर पकड़ लिया है।
ये क्या है, पडोसी... पडोसी... एक देश... आतंकवाद का धर्म नहीं... क्या छुपा रहे हो.... किससे ? और क्यों ?
बड़े बड़े मंच मिलते है, बड़े मौके होते हैं, वहाँ पर गरजते भी अच्छे हैं लेकिन ढंग से दबंग बनकर नहीं। आँखों में आँखें डाल लेते हो पर जुबान डर जाती है।
क्या मोदीजी इस तरह से विश्वस्तरीय मंच से बोल सकते हैं .....
"मैं कहना चाहता हूँ कि पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन चल रहे हैं, इसे और कोई नहीं बल्कि खुद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ.... सेना प्रमुख राहील शरीफ के साथ चला रहे हैं। कई वीडियो है कई गवाह है जो प्रमाणित हैं, दुनिया के सारे आतंकवादियों को पाकिस्तान अपने स्तर से मदद करता है और खुलेआम करता है, इसके बाद भी समूचा विश्व आज विचार ही कर रहा है कि ऐसे आतंकी देश को आतंकी देश घोषित करें या ना करें ? क्या आप देशों के नागरिकों के लिए आतंकवाद खतरा नहीं है, क्या आपके देश के नागरिक महत्वपूर्ण नहीं है ? अगर हैं तो इसे सिर्फ भारत की समस्या क्यों मान लिया जाता है ? क्या आतंकी हमले आपके यहाँ नहीं हुए ?
मैं सारे विश्व के आतंक विरोधी देशों से कहना चाहता हूँ कि किस तरह की कूटनीति के तहत आप ऐसे देश को संरक्षित करने का काम करते हैं ? नजर फेर लेने का कार्य किस वजह से है ? क्या हम सारे देश का यही काम है कि जब आपके देश में आतंकवादी हमला हो तो मैं निंदा करूँ और मेरे देश में हों तो आप निंदा करो ? निंदा करने से अच्छा होगा हम आपस में मिल कर पाकिस्तान , सीरिया, अफगानिस्तान जैसे देशों के खिलाफ मिलकर हमले करें, नेस्तनाबूत कर दें और ये हमारे नागरिकों के लिए होगा... अपने देश के लिए होगा।
क्या मैं सबूत दूँ आपको कि पाकिस्तान में आतंकवाद पलता है ? क्या आपके यहाँन के गुप्चर संस्थाओं ने ऐसी खबर सबूत के साथ आपको नहीं दी है ? आप भी सब जानते हैं। अमेरिका को भी कहना चाहता हूँ कि आपने खुद ओसामा बिन लादेन को कहाँ पकड़ा ? पाकिस्तान में ही ना ... वो भी तब जब उसने हमेशा आपको कहा कि ओसामा पाकिस्तान में नहीं है, फिर भी आप उसे आतंकी देश घोषित करने में सोचते हैं ?
आइये खुलकर... सामने आइये और सबूतों के आधार पर पाकिस्तान सीरिया मिस्र आदि जैसे देशों के खिलाफ अभी खड़े हो जाइये वरना आने वाले समय में खड़े होने के लायक भी ताकत आपसे छीन ली जायेगी।"