Thursday 23 March 2017

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, सिर्फ एक कूटनीति

तेजस्वी यादव ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है.. इसके पहले नीतीश कुमार की ये मांग चलती रही है.. पुरे बिहार को लूट खसोट कर और अपराधियों को संरक्षण देकर ये लोग बिहार की उन्नति केंद्र के माध्यम से चाहते हैं ...  अगर तीन सबसे बदकिस्मत बदहाल राज्यों की बात आये तो मैं कश्मीर, बंगाल के बाद बिहार को ही स्थान दूंगा...

गुजरात को केंद्र ने क्या दिया था  जो इतना आगे बढ़ा ? एक राज्य के अंदर हर वो चीज होती है जिसका इश्तेमाल करके आप उसको विकास की जिस ऊंचाई पर ले जाना चाहो .. ले कर जा सकते हो ... बिहार की ताकत उसकी खेती है... लेकिन आज ही एक व्यक्ति से बात हुई तो पता चला कि 15 किलोमीटर पैदल चल कर उसे जाना पड़ा क्योंकि सड़क बाइक से जाने लायक नहीं थी... क्या केंद्र बनवाये सड़क ?  खेती करवाने भी केंद्र आएगी ? चोरी डकैती अपहरण हत्या रोकने के लिए मोदी जी सेना लेकर बिहार पहुंचेंगे ?

बिहार में कोई पागल मति भ्रष्ट व्यापारी ही होगा जो कुछ व्यापार करने के लिए अपनी नींव रखेगा क्योंकि सबसे बड़े लेनदार, रंगदार और फिरौतीबाज तो खुद लालू यादव है... नीतीश उसका समर्थक है...

नीतीश किसी काम के लिए कभी सड़क पर नहीं जाता.. किसी कार्यालय में जाकर चेकिंग नहीं करता.. कभी कहीं औचक निरीक्षण आदि बराबर नही करता... नितीश दीखता पढ़ा लिखा है पर अक्ल दो कौड़ी की नहीं है कि विभाग में कैसे काम करवाया जाता है। इसका जनता दरबार पीड़ितों को पीड़ा देता है..आप बिहार में कहीं रात्रि के समय यात्रा करने की सोच नहीं सकते... अगर सोचेंगे तो आपकी जान माल सब अपराधियों के भरोसे है.. पुलिस बिहार का सबसे बड़ा गुंडा है.. सारे यादव और दलित गैरकानूनी रूप से जमीन कब्ज़ा करने में लगे हैं जिसकी कीमत करोड़ों अरबों में होती है जिसका कमीशन विधायक सांसद मंत्रियो तक पहुँचता है...

और तब मुझे झल्लाहट होती है कि क्यों आप विशेष राज्य का दर्जा मांगते हो ? आपको खुद कुछ करना है या नहीं ? बिहार को आप गर्त में धकेलते रहोगे और दुनिया को दिखाने के लिए केंद्र पर इल्जाम थोपोगे ? क्या विशेष राज्य का दर्जा देने से अफसरशाही और अपहरण , हत्या सब खत्म होगा ?

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