Wednesday 3 January 2018

अरुण जेटली भाजपा के भक्षक

मैं हमेशा से मानता रहा हूँ कि अरुण जेटली जी भाजपा की कब्र खोदने वाले फैसले लेते हैं... अपने अकाउंट में मिनिमम बैलेंस ना रखने की वजह से ये जो 1771 करोड़ रुपये काटे गए हैं... ये आम आदमी... गरीबों का पैसा था... क्योंकि अमीरों के अकाउंट मिनिमम होते ही नहीं ...

अम्बानी, टाटा, बिड़ला और साधारण बिजनेस करने वाले या नौकरीपेशा लोगों के अकाउंट 3000 रुपये से कम होंगे क्या ?

3000 रुपये से कम तो सिर्फ उनका बैलेंस ही जायेगा जो रोज कमाना और रोज खाना वाली जिंदगी जीते हैं... और आपने उनके पैसे भी छीन लिए ? आखिर ऐसा क्यों ? ऐसे बेतुके नियम कानून बनाते ही क्यों है जो खुद की समाप्ति का कारण बने ? ?

No comments:

Post a Comment