Wednesday 22 July 2015

इस्लाम के पवित्र शब्द लिख कर किया गया सारे बुरे कर्म भी जायज

बजरंग दल और विहिप के द्वारा जम्मू कश्मीर में आई एस आई एस का झंडा जला दिया गया .. वही ISIS जिसने अब तक लाखों लोगों को कसाइयों की तरह मारा है .. जिसने महिलाओं की इज्जत लुटी है .. जो भारत के ऊपर भी आक्रमण कर इस्लामिक देश में बदल देने की बात कही है .. और जिसके झंडे अब भारत में इसके लोग लहराने लगे हैं ... 

लेकिन अब भारत के मुस्लिम अपने प्रिय ISIS के झंडे के जल जाने के बाद कैसे चुप रहते ... अरे भाई .....आखिर यही तो है असली इस्लाम .. .जिहाद बलात्कार हत्या...

इस झंडे को जलाए जाने के बाद कश्मीर में तोड़ फोड़ और दंगे ही शुरू हो गए... जो कहते हैं .. ISIS का इस्लाम से कोई वास्ता नहीं वो लोग इसी संगठन के लिए अपने अन्दर के मोहब्बत को छुपा नहीं सके .. और विहिप और बजरंग दल के द्वारा किये गए इस कारर्वाई के बाद सड़क पर उतर आये ... इनका कहना था कि झंडे पर जो अरबी में लिखा था वो इस्लाम का बहुत पवित्र शब्द लिखा था तो उसे जलाया क्यूँ गया ?

भई मैंने तो इससे बड़ा दोमुंहापन आज तक नहीं देखा .. इसका मतलब तो ये हुआ की फिर ISIS जो लाखों लोगों का क़त्ल इस झंडे को दिखा कर करती है फिर वो भी पवित्र काम हो गया .. ? आज तक तो इन्होने कभी विरोध नहीं किया कि इस शब्द को लिख कर ये लोग इतना गन्दा काम क्यूँ करते हैं ?

सॉरी.. मैं भूल गया था.. ये सब काम इस्लाम में गन्दा नहीं बल्कि पवित्र जिहाद है ...

चलो भाई आज ये सीख लो कि अगर कोई इस कौम के पवित्र शब्द को अपने शर्ट पर पैंट पर या झंडे में लगा कर कितना भी गन्दा काम करे.. हत्या करे या बलात्कार करे या कुछ भी तो वो सब काम पवित्र माना जाएगा...

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