
एक ऐसा नेता या इंसान जिसको इस्लाम से कुछ लेना देना नहीं है.. ना मुस्लिम से .. ये सारे नेता वास्तव में इस्लाम का अपमान कर रहे हैं ..और मुस्लिम लोग खुद अपना अपमान करवा रहे है ...
सबतरफ से दोमुंहा कार्य ? क्या अल्लाह जिसने उसी काफिर को मारने के लिए कहा है उसी को सेवइयां खिलाने पर खुश होगा ?
या क्या ये सही है की सिर्फ ईद के दिन आप जिस हिन्दू को खीर सेवैयाँ खिला रहे हो उसी को अगले दिन से काफिर बोल कर मारने के लिए भी खोजते रहो... ?
हाँ मेरी ये समझ नहीं आया है आज तक कि इस दिन सेवइयां खा के ये नेता मुसलमानों को मुर्ख बनाते हैं या .... मुस्लिम इनको अपने दरवाजे पर सेवइयां खिला के इनको मुर्ख बनाते हैं .. ?
जो भी है ये इफ्तार पार्टी आज के दिन में एक मजाक बन चूका है.. इसमें भाग लेने वाले नेता वास्तव में एकता और सद्भावना की बात करते हैं लेकिन सब जान चुके है कि ये शुद्ध रूप से एक ऐसा खेल है जिसमे.....
ईद के दिन इफ्तार पार्टी में नेता सोचता है ... "बेटा तू मुर्ख है जो मेरे जैसे मक्कार नेता के सिर्फ सेवइयां खा लेने पर वोट देता है .. काम तो तेरा घंटा नहीं करूँगा ..मेरा काम है सिर्फ देश लूटना और अपना घर भरना "
मुस्लिम सोचता है "खा ले बेटा .. ठूंस के खा ले.. पर वोट तो घंटा हिन्दू नेता को नहीं दूंगा..मुर्ख "'
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इफ्तार पार्टी पुरे देश में एक मजाक का विषय बन चूका है ? mullas are really jokers
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