Wednesday 14 September 2016

अखंड भारत का रहस्य

वैज्ञानिकों की मानें तो लगभग 19 करोड़ साल पहले सभी द्वीपराष्ट्र एक थे और चारों ओर समुद्र था। यूरोप, अफ्रीका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका सभी एक दूसरे से जुड़े हुए थे। अर्थात धरती का सिर्फ एक टुकड़ा ही समुद्र से उभरा हुआ था।

इस इकट्ठे द्वीप के चारों ओर समुद्र था और इसे वैज्ञानिकों ने नाम दिया- 'एंजिया'। सवाल उठता है कि यह द्वीप कहां था और इस द्वीप पर क्या-क्या था। क्या एंजिया ही बना बाद में एशिया?

वैज्ञानिक खोजों से पता चला कि हिमालय और उसके आसपास के क्षेत्र प्राचीन धरती हैं। पुराणों में कैलाश पर्वत को धरती का केंद्र माना है। वैज्ञानिकों अनुसार तिब्बत सबसे पुरानी धरती है। तिब्बत को वेद और पुराणों में त्रिविष्टप कहा है जहां सबसे प्राचीन मानव रहते थे।

प्रारंभिक वैदिक काल में कैलाश पर्वत धरती का मुख्य केंद्र हुआ करता था। भौगोलिक दृष्टि से यह स्थान सबसे महत्वपूर्ण है। यह हिमालय का भी केंद्र है। हिमालय की पर्वत श्रेणियां, वादियां, घाटियां और जंगली जानवर प्राचीनतम माने जाते हैं। हालांकि भूवैज्ञानिकों के एक शोध अनुसार आरावली की पहाड़ियां विश्व की सबसे प्राचीन पहाड़ियां मानी गई है, लेकिन तब वह जल में डुबी हुई थी।

इस तरह बनें द्वीप या महाद्वीप : बीसवीं सदी के दौरान, भूवैज्ञानिकों ने प्लेट टेक्टॉनिक सिद्धांत को स्वीकार किया, जिसके अनुसार महाद्वीप पृथ्वी के ऊपरी सतह पर सरकते हैं, जिसे कॉन्टिनेन्टल ड्रीफ्ट कहते हैं।

पृथ्वी की सतह पर सात बड़े और कई छोटे टेक्टॉनिक प्लेट होते हैं और यही टेक्टॉनिक प्लेट्स एक दूसरे से दूर होते हैं, टूटकर अलग होते हैं, जो समय बीतते महाद्वीप बन जाते हैं। इसी कारण से, भूवैज्ञानिक इतिहास से पहले और आज के महाद्वीपों से पहले कई दूसरे महाद्वीप हुआ करते थे।

भूवैज्ञानिक मानते हैं कि महाद्वीपों के निर्माण में ज्वालामुखी, भूकंप के अलावा धरती की घूर्णन और परिक्रमण गति का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

पृथ्वी के अक्ष पर चक्रण को घूर्णन कहते हैं। पृथ्वी पश्चिम से पूर्व दिशा में घूमती है और एक घूर्णन पूरा करने में 23 घण्टे, 56 मिनट और 4.091 सेकेण्ड का समय लेती है। इसी से दिन व रात होते हैं।

पृथ्वी सूर्य के चारों ओर अंडाकार पथ पर 365 दिन, 5 घण्टे, 48 मिनट व 45.51 सेकेण्ड में एक चक्कर पूरा करती है, जिसे उसकी परिक्रमण गति कहते हैं। पृथ्वी की इस गति की वजह से ऋतु परिवर्तन होता है।

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