Friday 18 November 2016

कमांडो ट्रेनर शिफूजी भारद्वाज क्या इस्लाम नहीं जानते ?

Shifuji Shaurya Bharadwaj जी मेरी तो कोई औकात ही नहीं है कि आप जैसे देशभक्तों की एक लाइन भी आलोचना कर सकूँ.. खासकर तब जब मैं खुद भी आपका बड़ा प्रशंसक हूँ.. लेकिन आपके नए वीडियो को देखा जिसमे आप भोपाल एनकाउंटर के ऊपर हुयी राजनीती के बाद अपना गुस्सा प्रकट कर रहे हैं....

माफ़ कीजियेगा जिस तरह से आपने वीडियो में बार बार मुस्लिमों को और इस्लाम को अच्छा बताया है उससे कहना पड़ेगा कि आपको इस्लाम की जानकारी लेनी चाहिए। आप शायद इस सच्चाई को स्वीकार नहीं कर पाएं है कि इस्लाम का मतलब ही आतंकवाद होता है। आपने दो आयत सुना दिए... कि देश से वफ़ादारी ही इस्लाम कहता है तो कश्मीर में पत्थरबाजी करने वाले क्या इस्लाम नहीं पढ़ते ? लाखों मुस्लिम जिन्होंने कश्मीर में लाखों पंडितों को मार दिया क्या उन्होंने वो आयत नहीं पढ़ी थी जो आपने पढ़ी ? क्या गिलानी, बुखारी, यासीन मलिक, असद्दुदीन ओवैसी ने इस्लाम नहीं पढ़ा है ? क्यों भोपाल जेल से भागने वाले आतंकवादी मुस्लिम ही थे ? क्यों आतंकवाद में पकडे जाने वाले सारे लोग मुस्लिम होते हैं ? क्यों पाकिस्तान से आये आतंकवादी भी मुस्लिम होते हैं ? अरे सर कुछ तो वजह होगा कि हर मामले में मुस्लिम नजर आते हैं ... कुछ तो बात होगी.... आपने जानने की कभी कोशिश की ? आप कैसे तुलना कर सकते हैं हिन्दू मुस्लिम की ? कौन सी समानता है दोनों धर्मों में ? एक मोहल्ले में रह नहीं पाते .. एक जगह दिल मिला कर बैठ नहीं सकते... एक दूसरे की मान्यताओं और भगवन की इज्जत कर नहीं सकते फिर कैसे दोनों में प्यार नजर आता है आपको ? क्यों नहीं अच्छे वाले मुस्लिम कश्मीरी हिंदुओं को बुलाते हैं ? क्यों मुस्लिम मोदीजी को पसंद नहीं करते ?

शिफूजी सर.. आपके ओजपूर्ण वक्तव्यों को सुनकर काफी अच्छा लगता है पर इस बार आपने मुस्लिम और इस्लाम के बारे में जो अज्ञानता दिखाई उससे दुःख हुआ.. आपके अथाह ज्ञान के सागर में .. ये अज्ञान का मटमैला कीचड घुला हुआ अच्छा नहीं दीखता। कुरआन ही कहता है कि हिन्दू ईसाई यहूदी जो भी मुस्लिम नहीं है उनको मार डालो.. कुरान ही कहता है कि देश में तब तक लड़ाई लड़ो याने जिहाद करो जब तक उस जगह सिर्फ इस्लाम ना बचे।

चलिये ठीक है क्या आपने कभी सोचा कि आतंकवादी बनते ही क्यों है ? क्या उद्देश्य होता है ? क्यों खुद को उड़ा लेते हैं ? क्यों पाकिस्तान सीजफायर तोड़ता रहता है, पडोसी देश तो और भी हैं हमारे .. वो क्यों नहीं करता ? आपने देखना चाहिए कि मुस्लिम वो बात फॉलो ही नहीं करते जो आप वीडियो में कह रहे हैं।  कुरआन में हर तरह की बात है। अगर ये लिखा है कि एक इंसान का क़त्ल पूरी मानवता का क़त्ल है तो उसी कुरआन में ये भी लिखा है कि मुसलमान को छोड़ कर सभी को मार डालो।

दोनो तरह की बातों में जिसे जो अच्छा लगता है माहौल के हिसाब से पढ़कर सुना देता है, आप कहते हैं आपके भी मुस्लिम दोस्त है मैं कहता हूँ होंगे.. लेकिन उनके दिल की बात आपने कैसे जान ली ? हमारे भी मुस्लिम दोस्त थे.. जब मैंने सच्चाई जानकर उनको कुरेदा तो सबकी सच्चाई सामने आ गयी... आप भी ग़लतफ़हमी से बाहर निकलिये ... मुस्लमान सिर्फ इस्लाम का होता है ना कि देश और किसी दोस्त का ... और इस्लाम जानना हो तो अरबी के साथ हिंदी अनुवाद के लिए पूर्व मौलाना और अब हिन्दू बन चुके पंडित महेंद्र पाल आर्य को या हमारे मित्र ब्रिज शर्मा को मिलिए जिसकी बात काटने की ताकत जाकिर नाइक जैसे लोगों में भी कभी नहीं हुयी।

बाकी कुछ बुरा लगा तो माफ़ी चाहता हूँ... पर बताना चाहता हूँ कि जब मुझे भी किसी ने कहा था कि इस्लाम ऐसा होता है तो मैं भी उस आदमी से लड़ पड़ा था पर धीरे धीरे सच्चाई आँखों से देख कर स्वीकार करनी ही पड़ी। आप बड़े सेलिब्रिटी लोग है आपकी बातों से अज्ञानता नहीं फैलनी चाहिए इसलिए मुझे ऐसा लिखने को मजबूर होना पड़ा या कहिये हिम्मत की है।

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