कुछ हिन्दू बहुत ही जल्दबाजी में हैं.. मोदीजी की सरकार क्या आयी कि सब लोग दो ही साल में भारत से इस्लाम को उखाड़ फेंकना चाहते हैं... राम मंदिर अभी दो तीन महीने में बना लेना चाहते हैं... सबकुछ के लिए बीजेपी को दोषी ठहराने लगते हैं.. तुरंत कश्मीर खाली चाहिए... एकाध हफ्ते में ममता को सूली पर टांग कर बंगाल से सबको बंग्लाद्देश शिफ्ट करना चाहते हैं....
क्या ऐसा संभव है ? मुस्लिम 1947 से अपनी रणनीति पर काम कर तहे हैं तब जाकर कश्मीर , बंगाल, असाम सहित हजारों गाँव मोहल्ले से हिंदुओं को भगा पाये हैं .. और आपने तो अभी दो साल से ही समझना और लड़ना शुरू किया है...
इस दो या तीन साल में ही उनके 70 साल की आधी रणनीतिक विजय को हम लोग बर्बाद कर चुके हैं... राम मंदिर रातों रात नहीं बन सकता.. बाबरी मस्जिद को गिराने में दो से चार घंटे लगे होंगे.. क्या चार या चालीस घंटों में भी राम मंदिर बन जायेगा ? कहने का मतलब उसी तरह घेराबंदी ्करके हमले करते हुए भी नहीं बनाया जा सकेगा.... ये तभी संभव है जब कानूनन इजाजत मिले... इसके लिए राज्य सरकार को कोर्ट में हिंदुओं की तरफ से पैरवी करनी होगी.. कहना होगा कि राज्य की जनता यही चाहती है.. वहाँ पाये गए सारे सबूतों को हिंदुओं के पक्ष में खड़ा करना होगा... क्या ये काम मायावती और अखिलेश करेगा .. ?
ये सब साधारण बात है जो किसी को भी समझ में आती है.. लेकिन जान बूझकर बीजेपी के विरोध में खड़े होकर ये लोग क्या हासिल करना चाहते हैं पता नहीं...
No comments:
Post a Comment