Saturday 9 July 2016

पढ़ लिख के भी तो बम ही फोड़ना है।

सैकड़ों साल हिंदुस्तान को लूटा तुमने..... और गरीब कौम भी हिंदुस्तान के कहलाये तुम ही.... ये कुछ समझ नहीं आया ।।।
सैकड़ों सालों तक निर्दोष हिंदुओं के खून बहाये तुमने.... आजतक अनवरत चालू है और कहते हो कि अत्याचार तुमपर ही हो रहा है ... ये भी समझ नहीं आया ।।।

बोलते हो कि ये कौम अनपढ़ है, तो इतने सालों से शिक्षा में आरक्षण लेकर क्या कर रहे हो ? और पढ़ लिख के क्या करोगे ? बम बनाना ही तो है... पाइलट बन के जहाज उड़ाते हो तो उसमे भी वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में जा के घुसेड़ देते हो, आखिर मकसद तो वही है, तो पढ़ने लिखने में मेहनत क्यों करना ? पढना  लिखना  इन  काफिर हिंदुओं  को  मुबारक ,  तुम तो  बिना पढ़े   ही  दुनिया  तो तबाह   और  बर्बाद  करने की कुव्वत  रखते   हो.

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