Friday 13 November 2015

बिहारियो के लिए गाली दें या नहीं ?

तीन दिनों से सभी के पोस्ट पर बिहारियो के लिए गाली है..कुछ ये भी कह रहे हैं कि जनादेश का सम्मान किया जाना चाहिए .. उसे गाली मत दो...
कुछ कहते हैं कि कुछ तो वजह होगी तभी बीजेपी को बिहारियों ने वोट नहीं दिया होगा ..

इस पर मेरा कहना यही है कि बिहारियो को जम कर गाली दीजिये .. जो जिसके पात्र हो उसको वही मिलना चाहिए ..
किस बात की इज्जत ? जिसने अपराधियो को वोट दिया ? जिसने पाकिस्तान को ख़ुशी मनाने का मौका दिया? जिसने राक्षस जाति के लोगों को सत्ता दिलाया ?
आज मेरी सारी हमदर्दी बिहारियों से खत्म हो चुकी है .. मैं इस जनादेश का सम्मान नहीं कर सकता .. क्योंकि जनादेश देने वाली जनता मुर्ख है.. जातिवादी है.. धर्म और देश की दुश्मन है...
ऐसे जनादेश की मैं कोई इज्जत नहीं करता.. और ना ऐसी जनता का...

1947 से कांग्रेस का ....वामपंथियो के द्वारा भारत के अंदर जो "पढ़े लिखे मूर्खो "को तैयार करने का तरीका अपनाया गया था वो अब पूरी तरह सफल हो चूका है .. मैं दुखी हूँ कि मैं मूर्खों जाहिलो के देश में रहता हूँ••

हाँ ऐसा ही लग रहा है जैसे मैं अच्छा खासा आदमी किसी पागलों के अस्पताल में जबरदस्ती घुसा दिया गया हूँ...
मैं धर्म को जिन्दा करने की कोशिश कर रहा हूँ पर यहां तो चारों तरफ साले को सब मेन्टल बने घूम रहे हैं ..

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