सबसे हिंसात्मक और गन्दा धर्म है बौद्ध धर्म । किसी भी धर्म में उसके अनुयायियों का खानपान उस धर्म के बारे में बहुत कुछ बताता है। इसी विधानसभा चुनाव के दौरान आसाम आदि जगहों से चुनावके लिए गोरखा जवान आये थे तो नवादा के मेरे दोस्त ने बताया कि वो लोग शाम होते ही कुत्ते को पकड़ कर मार देते खूब स्वाद के साथ खाते थे।
कल डिस्कवरी में देखा... चीन जो एक बौद्ध देश है वहाँ जिन्दा सांपो के शरीर से जिन्दा रहते उसके पथरी को निकाल कर निचोड़ कर चाय में डाल कर पीते है और साँपों का सूप बना दिया जाता है...
कुछ जगहों पर इंसानो का भ्रूण भी शौक से खाया जाता है.... देखा जाए तो इसे क्या कहेंगे? क्या यही बुद्ध का अहिंसा वाला धर्म ? यही धर्म दलित भी मानते हैं जो चूहा छुछन्दर सब खाते हैं।
नौटंकीबाज धर्म के लोगो क्या यही खाने को बताया था बुद्ध ने ...
(तस्वीरों के लिए क्षमा चाहता हूँ पर सबूत देना भी मज़बूरी है।)
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