Sunday 25 October 2015

अखिलेश यादव और डिम्पल भाभी की चाय पर दंगों की चर्चा

अखिलेश जी और डिम्पल भाभी बैठे चाय की चुस्कियां लिए जा रहे थे ... फोन की घंटी लगातार बजे जा रही थी ..पीए कमरे में घूम घूम परेशानहाल था ...
डिम्पल: अरे का बात है .. फोन इतना क्यो बज रहा है जी ..
अखिलेश :अरे कानपूर में दंगा हो गया है.. मुहर्रम है ना ..

डिम्पल: अरे तो आप बैठे क्यों हैं ? पब्लिक .. जनता...
अखिलेश : अरे जनता नहीं वोटर.. और कहाँ कहाँ देखो .. पुरे प्रदेश में जहां भी मुहर्रम निकल है सब जगह दंगा हो गया है तो हम कहाँ कहाँ परेशान होयें ? सब जनता पर छोड़ दिया है .. इतना पुलिस भी नहीं है ..

डिम्पल: अरे लेकिन कोई मर मरा गया तो ..
अखिलेश : अरे वो तो रोज मर रहे हैं हिन्दू..

(तभी फोन में एक नंबर देख के ..)

अखिलेश : हाँ ये कानपूर वाला डीएम कर रहा है .. यहां बड़ा दंगा हो रहा है .. (फोन उठाया)
डीएम: अरे सर ओ इन मुसलमानो ने बड़ी मात्रा में हथियार लेकर हम पर ही फायर कर दिया है .. कई पुलिस वालो को गोली लगी है ...

अखिलेश : अरे डीएम साहब.. जैसे कहे हैं वैसे ही करो.. समझे .. हिन्दू लोग को आगे करो .. तुम पीछे हटो.. तुम्हारी गोली नहीं चलनी चाहिए मुस्लिम पर..
डीएम: लेकिन सर पुलिस में बहुत आक्रोश...

अखिलेश: भूल गए का...? कैसे .. सेटिंग से परीक्षा में तुम यादव को आईएस आईपीएस के परीक्षा में आगे निकालते हैं ? तू चपरासी के लायक था लेकिन तुमको डीएम बनवाया .. काहे ?
डीएम: जी .. जी सर... अभी पुलिस को किनारे करता हूँ .. सरजी दो हिन्दू मर चुके है अबतक...

अखिलेश : तो का करें ? हिन्दू के मरने पर राजनीती होती है का ? मीडिया वाले भी कुछ लिखते हैं का ? खुद हिन्दू ही दो दिन बाद सो जाते हैं .. हिन्दू को मरने दो.. तुमको जो कहा वो करो..
डीएम: जी सर.. मतलब मुस्लिम के मरने तक दंगा चालू रखना है ?

अखिलेश.: हाँ .. वो मरेगा तो अखलाख बनेगा .. राजनीती होवेगी.. मीडिया लिखेगी .. मुस्लिम प्रदर्शन करेंगे .. बुद्धिजीवी हमारी तारीफ करेंगे .. हम छा जायेंगे.. चलो फोन रखो .( फोन रख दिए)
डिम्पल : आप कितने बड़े राजनीतिबाज है . हम कितने शौभायवान हैं जो आपके जैसे तेज नेता मिला हमको ..

अखिलेश : कभी भी हिन्दू मरने का राजनीती में फायदा नहीं मिलता ये राजनीती का सबक याद रखना .....अरे ए पीए .. चलो सब तैयारी करके रखो .. 45 लाख कल ही दे देंगे .. समझे .. और नॉएडा में चार फ्लैट कम से कम देने का ईन्तेज़ाम करो .. और सब पत्रकारो को भी 5-5लाख देने का इंतज़ाम करो .. और हाँ आजम को कहो ..हिन्दू को कुछ गन्दा गाली कल मीडिया के सामने बक देगा.. इस बार मुस्लिम वोट तो पक्का है..
(तभी फोन आ गयी..)
डीएम: सर जी .. एक मुस्लिम मर गया...
अखिलेश: जियो . जियो मेरे शेर .. तू कमिशनर बनेगा . पक्का.. अब होगी राजनीती.. हा हा हा .. बस .. इन सुवरो को तो दुनिया में हमने ही फेमस किया है .. खैर अपने को क्या .. ए चल फोन रख .. हम कल आ रहे हैं.. इंतज़ाम कर सारा ..

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