Saturday 24 October 2015

प्रभु श्रीराम का बनाया रामसेतु पुल



मेरे भाई .. अगर ये रामसेतु नहीं है तो ये बता दो कि फिर ये क्या है /? कैसे बना है ? पत्थर पानी पर क्यूँ तैरते हैं ? अरे तुम अपने सेकुलरिज्म को फिट करके कोई बढ़िया सा इस्लामिक कहानी क्यूँ नहीं बना देते ? आखिर राम सेतु रामायण से ही मेल क्यूँ खा जाती है ??

रामसेतु जिसे अंग्रेजी में एडम्स ब्रिज भी कहा जाता है, भारत के दक्षिण पूर्वी तट के किनारे रामेश्वरम द्वीप तथा श्रीलंका के उत्तर पश्चिमी तट पर मन्नार द्वीप के मध्य चूना पत्थर से बनी एक श्रृंखला है. भौगोलिक प्रमाणों से पता चलता है कि किसी समय यह सेतु भारत तथा श्रीलंका को भू-मार्ग से आपस में जोड़ता था. यह पुल करीब 18 मील (30 किलोमीटर) लंबा है.

ऐसा माना जाता है कि 15वीं शताब्दी तक यह पैदल पार करने योग्य था. एक चक्रवात के कारण यह पुल अपने पूर्व स्वरूप में नहीं रहा. रामसेतु एक बार फिर तब सुर्खियों में आया था, जब नासा के उपग्रह द्वारा लिए गए चित्र मीडिया में सुर्खियां बने थे.

समुद्र पर सेतु के निर्माण को राम की दूसरी बड़ी रणनीतिक जीत कहा जा सकता है, क्योंकि समुद्र की तरफ से रावण को कोई खतरा नहीं था और उसे विश्वास था कि इस विराट समुद्र को पार कोई भी उसे चुनौती नहीं दे सकता.
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