Saturday 24 October 2015

लंकापति रावण के मिले चार हवाई अड्डे

श्री लंका की रामायण अनुसंधान कमेटी ने तो पूरी तरह अनुसंधान करके अपना काम कर दिया है .. 
उसने रामायण कालीन रावण के एअरपोर्ट तक खोजे है .. रावण के पुष्पक विमान के लिए चार एअरपोर्ट चिन्हित किया गया है .. अब ऐसे में सेक्युलर को.. और सिर्फ १४०० साल पहले जन्मे नवजात मुस्लिमों को चाहिए था कि वो जाकर इसे झूठ साबित करे .. लेकिन बस लफ्फाजी मारने कहो.. तो तैयार हो जाते हैं .. 

ये हम नहीं कह रहे .. उनके अनुसंधान करने वाले कह रहे हैं कि वो एअरपोर्ट तबाह कर दिए गए थे .. जैसा सब जानते है यु
द्ध के समय में श्रीराम ने एअरपोर्ट को भी ध्वस्त कर दिया था ..... आग लगा दी थी .. वहाँ जो पत्थर मिले हैं वो बहुत जगह जले हुए मिले हैं ...........और कार्बन डेटिंग से ये भी पता चला है कि वो दस हज़ार साल पुराने पत्थर हैं ......... उसानगोडा रावण का निजी हवाईअड्डा था तथा यहाँ का रनवे लाल रंग का है.

पिछले 9 वर्षों से ये कमेटी श्रीलंका का कोना कोना छान रही थी जिसके तहत कई छुट पुट जानकारी व अवशेष भी मिलते रहे, परन्तु पिछले 4 सालों में लंका के दुर्गम स्थानों में की गई खोज के दौरान रावण के 4 हवाईअड्डे हाथ लगे है. कमेटी के अध्यक्ष अशोक केंथ का कहना है कि रामायण में वर्णित लंका वास्तव में श्री लंका ही है जहां उसानगोडा , गुरुलोपोथा, तोतुपोलाकंदा तथा वरियापोला नामक चार हवाईअड्डे मिले हैं.

रावण के पास वाकई पुष्पक विमान था इस बात के कई प्रमाण हैं. लेकिन यदि आप सोचते हैं कि रावण के पास सिर्फ एक विमान था या लंका में सिर्फ एक ही विमान मौजूद था जिसका प्रयोग लंकापति रावण करता थआ तो ऐसा नहीं है. लंका में ढ़ेरों विमान मौजूद थे और इन विमानों के आवागमन के लिए हावईअड्डे भी थे. रमायण में ऐसे 6 हवाईअड्डों का जिक्र है जिसमें से 4 की खोज वैज्ञानिकों ने कर ली है.

इसी पहाड़ी पर ये भी सबूत है कि उस पुष्पक विमान की खराबी को बनाने के लिए भी
जगह बनी हुयी थी ..

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