Friday 30 October 2015

जान पर खेल काम करती है गौरक्षा दल

जरूर पढ़िए कैसे जान पर खेलकर हिन्दू भाई गौरक्षा करते हैं ।

सर्दियों की आहट लिए यह चांदनी के उजाले वाली एक रात है. पूरा इलाक़ा पहाड़ियों और पेड़ों की छाया में डूबा है.
तभी एक दर्जन से ज़्यादा आदमी भूतों की तरह अंधेरे से प्रकट होते हैं.
राजस्थान के इस इलाक़े में जांच पड़ताल करने वाले नवल किशोर शर्मा चिल्लाते हैं, ''आस पड़ोस में किसी गाड़ी की कोई सूचना?''

बाक़ी आदमी सिर हिला देते हैं और उनमें से एक कहता है, ''अभी तक तो कुछ भी नहीं मिला, आज सब कुछ शांत लगता है.''

मोटरसाइकिल पर सवार शर्मा गठीले बदन के आदमी हैं. उनके बाल तेल से चमक रहे हैं और उनकी साफ़सुथरी दाढ़ी है. दिन में वो शांत मन से पत्थर की मूर्तियां बनाते है। और रात होते ही गौमाता की रक्षा खातिर सच्चे अर्थों में हिंदूवादी बन कर 70 गाँव वाले रामगढ़ इलाके में पूरी फ़ौज के साथ चप्पे चप्पे की जानकारी लेते हैं ..

भारत में बीफ़ खाने और गायों के क़त्ल पर होने वाली हिंसा के कारण इसी तरह के ग्रुप बढ़ रहे हैं. शर्मा के ये 'सिपाही' निम्नवर्ग से हैं, लेकिन निगरानी करने वाले उग्र हिंदू संगठनों बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद और शिवसेना के सदस्यों के प्रति समर्पित हैं. आरएसएस की शाखाओ में नियमित जाते हैं। शर्मा समेत अधिकांश का मानना था कि दादरी की घटना में जिस मुस्लिम आदमी को पीट-पीट कर मार डाला गया उसने वाक़ई में बीफ़ का सेवन किया था ।

सूरज भान गुर्जर का कहना था, 'अगर हमने अभी नहीं रक्षा की तो गाय 20 सालों में ही ग़ायब हो जाएगी.' .... ये सभी लोग लाठी, डंडो, बेसबॉल बैट, हॉकी, पत्थरों, माचिस और डंडों पर हंसिया लगे हथियारों से लैस होते हैं.
ये लोग गाड़ियों को रोकने के लिए सड़क पर कीलें बिछा देते हैं और अपनी मोटरसाइकिल पर तस्करों का पीछा करते हैं. तस्कर इनके ऊपर गोलियों से हमला भी करते हैं .. सभी जान पर खेलते और गौमाता को बचाते हैं।

तभी इनको गलत सुचना मिलती है .. एक ट्रक को रोकते हैं सभी उत्तेजित हैं .. लोग फ़ैल जाते हैं और कुछ सावधानी से ट्रक में चढ़ते हैं तो अंदर सुवर भरा है ..(संभवतः इसे भी बीफ में मिक्स करके बेचा जाता हो )...

ट्रक के ड्राइवर ज़ाकिर हुसैन से इन लोगों ने पूछा, ''तुम एक मुस्लिम हो और सूअर ले जा रहे हो?''
हुसैन ने व्यंग में कहा, ''मैं जीने के लिए हर चीज़ ढोता हूँ.''

शर्मा कहते हैं, ''हम इन दिनों कड़ी मेहनत कर रहे हैं. हमारी कोशिश लोगों से समर्थन लेने की है. स्थानीय भाजपा विधायक और पार्टी के नेता हमारे इस मिशन में मदद कर रहे हैं. पुलिस हमे गंभीरता से लेती है और अधिकारी हमारी बातों को सुनते हैं.'' भाजपा विधायक खुल कर कहते हैं कि हाँ मैं इनके साथ हूँ और पैसे से मदद भी करता हूँ ।

::बीबीसी न्यूज़::

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